साइलेंट इरा से साउंड इरा में क़दम रखते ही फ़िल्मों में गाने बजाने की एक ज़बर्दस्त दुनिया अंगडाई लेने लगी.
आज हम आसानी से कुछ पुराने गायकों, संगीतकारों और गीतकारों के नाम लेकर समझते हैं कि हमने अपनी फ़िल्म संगीत की विरासत से अपना वास्ता जोड लिया. केएल सहगल, कानन बाला, तिमिर बरन, केसी डे, पंकज मलिक, देविका रानी, नूरजहां, शमशाद बेगम, सुरैया और गीता दत्त होते हुए शायद आप उमा देवी तक का नाम ले लें. रफी, मुकेश, किशोर, मन्ना डे और लता, आशा, तलत तो नए में ही गिने जाते हैं.
गायिका सुशीला 1938
अब मैं नेमड्रॉपिंग का खतरा उठाऊंगा क्योंकि ये कुछ ऐसे नाम हैं जिनके बग़ैर फिल्म म्यूज़िक का ज़िक्र अधूरा रहता है. इन्हीं लोगों की यादों को समर्पित है एफएम गोल्ड के रेडियो मैटिनी तीन से छः का यह 'दिल ने फिर याद किया' सेक्शन. संडे की शाम 5 से 6 बजे तक आप सुन सकते हैं हिंदी फिल्मों के प्रारंभिक दौर का दुर्लभ संगीत और अब काल के गाल में लुप्त हो चुके महारथियों का ज़िक्र.
कुछ बिसरे गायक-
1. सुरेश
2. गोविंदराव टेम्बे
3. बिब्बो
4. सुरेंद्र
5. अरुण कुमार
6. विष्णु पगणीस
7. सरदार अख़्तर
8. इला घोष
9. रामदुलारी
10.ख़ान मस्ताना
11.श्याम
12.एस डी बातिश
13.जीएम दुर्रानी
14.चितलकर
15.कल्याणी
16.पारुल घोष
17.धनंजय भट्टाचार्या
18.अणिमा दासगुप्ता
19.सुलोचना कदम
20.अमृत लाल
21.माया बनर्जी
22.ज़ीनत बेगम
23................सूची जारी है!
गुनगुना सकें तो गुनगुनाइये...
फिल्म्-सफर का ये गीत्त "कभी याद करके गली पार करके चली आना हमारे अंगना......"
आवाज़ें हैं बीणापाणि मुखर्जी और चितलकर की.
गीत लिखा है अपने गोपाल सिंह नेपाली ने और धुन ज़ाहिर है चितलकर ने ही बनाई है यानी सी.रामचंद्र ने.
काश कि पॉडभारती वाले देबाशीष मुझे ये बता देते कि इस गीत को उसी तरह कैसे यहां चढाऊं जैसे वो अपने पॉड्भारती के साउंड चढाते हैं. मुझे कोई और प्लेयर पसंद नहीं.
1 comment:
बहुत सुंदर, कम ही लोग जानते हैं कि कई अमर फ़िल्मी गानों के संगीतकार रामचंद्र चितलकर थे जिन्होंने सी रामंचद्र के नाम से संगीत दिया.
शिव दयाल बातिश न सिर्फ़ गायक बल्कि संगीतकार भी थे, पिछले ही वर्ष उनका निधन हो गया, मुझे बहुत देर से मालूम हुआ.
http://batish.com/sd/
ये रहा उनकी वेबसाइट का लिंक.
ये तो हुई उनकी बात जिन्हें मैं जानता हूं लेकिन बाक़ी सारे ऐसे हैं जिनके बारे में कुछ नहीं मालूम,इसे ट्रेलर माना जा रहा है, थोड़ा और ज्ञानवर्धन करिए. इनका संगीत सुनवाइए भी.
धन्यवाद
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