दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।

Thursday, August 2, 2007

एक इटालियन ऑपरा




मशहूर पेंटर एमएफ़ हुसेन ने अपनी ऑडियो ऑटोबायोग्राफ़ी में इतालवी फ़िल्मों को कुछ इस तरह (नीचे) याद किया है.
एक इटालियन ऑपेरा नाम का यह एनेक्डोटल मेमोएर "सुनो एमएफ़ हुसेन की कहानी" के पांचवें वॉल्यूम में छ्ठवां ट्रैक है. इसमें शुरू में आवाज़ अपर्णा घोषाल की है और नरेट कर रहे हैं मुनीश.यह मेरे प्रोडक्शन हाउस रेडियो रेड की निर्मिति है.
यहां नीचे जो कुछ आप सुन पाएंगे या न सुन पाएंगे वह मेरा पहला पॉडकास्ट है और इसका सारा श्रेय भाई अभय को जाता है. कल अगर मैं उनकी दिखाई राह पर चल सका तो शायद आप मेरे आर्काइव से कुछ दिलचस्प पॉडकास्टिंग सुन सकेंगे.

4 comments:

अभय तिवारी said...

असली श्रेय तो श्रीश शर्मा को ही है.. उन से युनूस ने सीखा.. और युनूस ने मुझे बताया..दूसरा श्रेय उन्हे है.. और फिर उनसे सीख कर मैंने आपको बताया..अगर कुछ गड़बड़ हुई है तो दोष मेरा है..आपके आगामी पॉडकास्ट के लिए शुभकामनाएं..

विजेंद्र एस विज said...

बहुत ही बढिया..सभी का आभार..

Reyaz-ul-haque said...

badhiya hai. kya wah tareeka mujhe bhi bypass karenge podcast ke liye.

नीरेंद्र नागर said...

Opera का उच्चारण ऑपरा होता है। कृपया संशोधित कर लें। धन्यवाद।