टूटी हुई बिखरी हुई
क्योंकि वो बिखरकर भी बिखरता ही नहीं
दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।
Tuesday, January 28, 2014
ब्रेख्त-3
मुझसे कहा जाता है: खा और पी. मौज कर, कि है तेरे पास
पर कैसे खाऊं और पियूं
खाऊं उस भूखे से छीना हुआ?
और पियूं उसके गिलास में जो मर रहा प्यास से वहां
फिर भी मैं खाता और पीता हूं.
II
ब्रेख्त
II
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