टूटी हुई बिखरी हुई
क्योंकि वो बिखरकर भी बिखरता ही नहीं
दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।
Tuesday, January 28, 2014
ब्रेख्त-1
क्यों दर्ज करता हूं मैं केवल यह
कि चालीस साल की देहातिन
झुकी हुई चलती है?
लड़कियों के स्तन सदा की तरह गर्म हैं
!
क्यों दर्ज करता हूं मैं केवल यह
II
ब्रेख्त
II
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