दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।

Wednesday, April 16, 2008

मोहें रख ले तू...

अमीर ख़ुसरो की रचना.

2 comments:

पारुल "पुखराज" said...

bahut acchhi rachna...avaazen kis ki hain?

मीनाक्षी said...

मधुर स्वर में मधुर गीत..जो मन को माँ के घर ले जाता है और बहुत से छूटे रिश्तों की याद दिला देता है..