दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।

Friday, December 19, 2008

गंदे गाने:एक श्रृंखला:...नैहर की...

1 comment:

विजयशंकर चतुर्वेदी said...

...साउंड तो लगता है वही हमारे कस्बे के तराना माइक सिस्टम वाले का है. केकिन सुन पा रहा हूँ और अपनी औकात में आ रहा हूँ.