टूटी हुई बिखरी हुई
क्योंकि वो बिखरकर भी बिखरता ही नहीं
दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।
Wednesday, December 10, 2008
गंदे गाने: एक श्रृंखला...देवर भाभी...
1 comment:
महेन
said...
बहुत ही गंदे। ;-)
December 13, 2008 at 10:38 AM
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1 comment:
बहुत ही गंदे। ;-)
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