दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।

Friday, January 25, 2008

वेब-दुनिया की ब्लॉग चर्चा में आपकी टूटी हुई का ज़िक्र


रवींद्रनाथ टैगोर की एक दुर्लभ छवि

यहाँ आज वेब दुनिया की आज की ब्लॉग चर्चा में टूटी हुई बिखरी हुई को चर्चा का विषय बनाया गया है.

1 comment:

दीपक said...

आप्के ब्लाग मे किसी को हो ना हो हमे पुरी रुची है और आपसे निवेदन है कि इनकी एकला चलो रे संभव हो जरुर सुनाये