दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।

Monday, January 14, 2008

नैनो पर इरफान की टिप्पणी




कार्टूनिस्ट इरफान दिल्ली में रहते हैं और जनसत्ता में उनका एक कार्टून रोज़ मुखपृष्ठ पर छपता है. हम दोनों हमनाम होने के कारण अक्सर एक दूसरे की तारीफें शेयर करते हैं.ध्यान रहे यह कार्टून मैंने नहीं बनाया है :)

5 comments:

रवि रतलामी said...

:)
अभी ही एक और चुटकुला पढ़ा - ओएलपीसी (वन लैपटॉप पर चाइल्ड)का नया डेफिनिशन क्या है?

वन लाख पर कार.

परमजीत सिहँ बाली said...

‌‍
(०।०)
(-)

मुनीश ( munish ) said...

BHAIYO AUR BHAINO/LO AA GAYI AB NANO!

VAISE TUM KYA KEHNA CHAH RAHE HO YE SPASHT NAHI HUA.MATLAB TUM LAAL ZEN CHALA RAHE HO, ISKA MATLAB TUM GAREEB KISAN KO HANSI KA PATRA BANA DOGE? YAHI NA?

मुनीश ( munish ) said...
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मुनीश ( munish ) said...
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