मुर्मू माझी: गीत
कल जब मैंने मुर्मू माँझी से आपका परिचय कराया तो उनके गाये गीत का अनुवाद भी देने का वादा किया था. देर के लिये माफी के साथ पेश है इस अद्भुत गीत का हिंदी अनुवाद.
इबीबो बोइरो सीडूम डीडां
बराबोर जिंगोई रों
बोरचिंग रोइरो सीडूम डीडां
बोराबीं बीबोई रोडां
दगागी बीवई सीसा हीडां
बरांडा हांडू डाऊला
गोरची ऊंहई सीसांही
बरांडा हांडू डाऊला
इजाबी बीवई सीसा डीडां
बरांडा हांडू डाऊला
बोरची नू हई सीसांही
बरांडा हांडू डाऊला
वलई तदीन डापोर चींडां
अली गली ऊं गइयो
कालई चडीन डापोर चींडां
अजीन्डो होनीन्डोगई
इसीडी कैलिन मानीन्डीडां
वलंगई कदू बोरची
बोरची नू अई यकूम ऐन्डा
कईडा रई जेनूम डागूई
ना वोई ए, ना वोई ए
इयारा वोई ये वो ईये
कारां येम्बाडा मेंहों
ना वोई ये, ना वोई ये
इयारा वोई ये वो ईये
खई डारई जेंमिन डगोई
इबीबो बोइरो सीडूम डीडां
बराबोर जिंगोई रों
बोरचिंग रोइरो सीडूम डीडां
खई डारई जेंमिन डगोई
ना वोई ए, ना वोई ए
इयारा वोई ये वो ईये
खई डारई जेंमिन डगोई
ना वोई ए, ना वोई ए
इयारा वोई ये वो ईये
कारां येम्बाडा मेंहों
-----------------------
-----------------------
जीवन की अब दास्तान
क्या कहूं
जीवन
खुद ही दास्तान है
मुझे बन्दे की क्या औकात
गोर्की जैसे महालेखक
तक खाक में तमाम हुए
स्याही का काम करते हुए
कहती थी मां मेरी
मरते दिन तक
बोर्ची जैसा लोकगायक
बाढ़ में बह गया
गलियों में
फकीर भी गाता था
ढपोरशंखी कम कर बन्दे
खुदा देख रहा है
बोर्ची तो
कहता गया
बोर्ची तो कहता ही गया
गाता जाएगा जीवन को
न ये सही न वो सही
वो असल में ये
और ये असल में वो है
खड्ड में डालो बाकी बातों को
न ये सही न वो सही
वो असल में ये
और ये असल में वो है
ऐसी क्या मगजमारी करते हो
जीवन की दास्तान
क्या कहूं
जीवन
दोहराता जाता है खुद को
जीवन ने क्या सिखाया:
सबको बराबर ज्ञान है बन्धु
चाहे वह रहे कहीं
खड्ड में डालो बाकी बातों को
न ये सही न वो सही
वो असल में ये और ये असल में वो है
ऐसी क्या मगजमारी करते हो
न ये सही न वो सही
वो असल में ये और ये असल में वो है
खड्ड में डालो बाकी बातों को
मूल मुंडारी गीत का हिंदी अनुवाद: अशोक पाँडे
इबीबो बोइरो सीडूम डीडां
बराबोर जिंगोई रों
बोरचिंग रोइरो सीडूम डीडां
बोराबीं बीबोई रोडां
दगागी बीवई सीसा हीडां
बरांडा हांडू डाऊला
गोरची ऊंहई सीसांही
बरांडा हांडू डाऊला
इजाबी बीवई सीसा डीडां
बरांडा हांडू डाऊला
बोरची नू हई सीसांही
बरांडा हांडू डाऊला
वलई तदीन डापोर चींडां
अली गली ऊं गइयो
कालई चडीन डापोर चींडां
अजीन्डो होनीन्डोगई
इसीडी कैलिन मानीन्डीडां
वलंगई कदू बोरची
बोरची नू अई यकूम ऐन्डा
कईडा रई जेनूम डागूई
ना वोई ए, ना वोई ए
इयारा वोई ये वो ईये
कारां येम्बाडा मेंहों
ना वोई ये, ना वोई ये
इयारा वोई ये वो ईये
खई डारई जेंमिन डगोई
इबीबो बोइरो सीडूम डीडां
बराबोर जिंगोई रों
बोरचिंग रोइरो सीडूम डीडां
खई डारई जेंमिन डगोई
ना वोई ए, ना वोई ए
इयारा वोई ये वो ईये
खई डारई जेंमिन डगोई
ना वोई ए, ना वोई ए
इयारा वोई ये वो ईये
कारां येम्बाडा मेंहों
-----------------------
-----------------------
जीवन की अब दास्तान
क्या कहूं
जीवन
खुद ही दास्तान है
मुझे बन्दे की क्या औकात
गोर्की जैसे महालेखक
तक खाक में तमाम हुए
स्याही का काम करते हुए
कहती थी मां मेरी
मरते दिन तक
बोर्ची जैसा लोकगायक
बाढ़ में बह गया
गलियों में
फकीर भी गाता था
ढपोरशंखी कम कर बन्दे
खुदा देख रहा है
बोर्ची तो
कहता गया
बोर्ची तो कहता ही गया
गाता जाएगा जीवन को
न ये सही न वो सही
वो असल में ये
और ये असल में वो है
खड्ड में डालो बाकी बातों को
न ये सही न वो सही
वो असल में ये
और ये असल में वो है
ऐसी क्या मगजमारी करते हो
जीवन की दास्तान
क्या कहूं
जीवन
दोहराता जाता है खुद को
जीवन ने क्या सिखाया:
सबको बराबर ज्ञान है बन्धु
चाहे वह रहे कहीं
खड्ड में डालो बाकी बातों को
न ये सही न वो सही
वो असल में ये और ये असल में वो है
ऐसी क्या मगजमारी करते हो
न ये सही न वो सही
वो असल में ये और ये असल में वो है
खड्ड में डालो बाकी बातों को
मूल मुंडारी गीत का हिंदी अनुवाद: अशोक पाँडे
1 comment:
अशोक ने मूल मुंडारी से अनुवाद किया है!! भाई उन्होंने मुंडारी कब सीखी? कहीं यह उनके "भार्गव कविता संग्रह" से तो नहीं ली गई है? जरा कनफर्म करें.
Post a Comment