दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।

Saturday, May 14, 2011

कल मेरी सालगिरह पर आपने मुझे बधाइयाँ भेजीं शुक्रिया !


शुक्रिया अदा करते हुए आपको एक क़व्वाली सुनवाता हूँ। यह मेरे उस खजाने से है जिसके मोती आप गुज़रे बरसों में मेरे इस ब्लॉग पर गाहे बगाहे चुनते रहे हैं। ये बस एक बहाना है आपका दो घड़ी का साथ पाने का ।


4 comments:

Patali-The-Village said...

बहुत सुन्दर, लाजवाब| धन्यवाद|

VARUN said...

achchhi quawwali hai.

हमारीवाणी said...

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Anonymous said...

Ghazab Qawwali hai Irfan bhai..bahut khoob...