टूटी हुई बिखरी हुई
क्योंकि वो बिखरकर भी बिखरता ही नहीं
दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।
Sunday, May 10, 2015
तीन रोज़ इश्क़
कल
Puja Upadhyay
ने अपनी पहली और ताज़ा किताब 'तीन रोज़ इश्क़' से दो टुकड़े Indian Women Press Club में पढ़े.
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