टूटी हुई बिखरी हुई
क्योंकि वो बिखरकर भी बिखरता ही नहीं
दुनिया एक संसार है, और जब तक दुख है तब तक तकलीफ़ है।
Wednesday, July 17, 2013
ये तसर्रुफ़ अल्ला अल्ला...
सैगल साहब
एह ऐ मेरा गीत किसे ना गाणा...
एह ऐ मेरा गीत किसे ना गाणा एह मेरा गीत मैं आपे गाके भलके ही मर जाणा
शिव कुमार बटालवी
Tuesday, July 16, 2013
दुलहा का बोले छौरिन समुझ मन में...
मुझे भी आबिदा परवीन पसंद नहीं
स्पीकर वग़ैरह चेक करने हों तो सुनिये.
बिसरहियो ना बालम...
सबा और राहुल की फ़िल्म 'द अदर सॉंग' से एक गाना
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