tag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post7039232656093444002..comments2023-07-04T14:57:33.767+05:30Comments on टूटी हुई बिखरी हुई: हबीब साब को श्रद्धांजलि !इरफ़ानhttp://www.blogger.com/profile/10501038463249806391noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-9453229433435672652009-06-14T23:55:06.215+05:302009-06-14T23:55:06.215+05:30... कुछ हस्तियाँ अमर हो जाती हैं हबीब साहब भी उनमे...... कुछ हस्तियाँ अमर हो जाती हैं हबीब साहब भी उनमें एक हैं !!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-18040155458582831862009-06-11T09:04:56.704+05:302009-06-11T09:04:56.704+05:30'मेरे लिए इस बात को समझना भी मुश्किल है कि लोक...'मेरे लिए इस बात को समझना भी मुश्किल है कि लोक कलाकारों को लेकर नाटक करना ही एक ख़ास बात क्यों होनी चाहिए.'<br /><br />इसमें कोई ताज्जुब नहीं है कि बहुत से लोग इस बात को नहीं समझ पाते। इसके अपने कारण हैं। अपने प्रदर्शन से यह साबित हो जाता है कि लोक कलाकार अभिनय, नृत्य, संगीत में किसी भी बड़े संस्थान से प्रशिक्षित अभिनेताओं से इक्कीस ही हैं। उनके नाटकों में जो भी दृश्य इन ग्रामीण लोक अभिनेताओं द्वारा किए जाते वह अपेक्षाकृत अधिक चुस्त, मनोरंजक और प्रभावशाली बन पड़ते हैं। क्योंकि सहजता, विनोदप्रियता, आपसी तालमेल, कल्पनाशीलता, टाइमिंग, रिदम आदि गुण इनके खून में शामिल होते हैं। दूसरी बात यह कि हबीब साहब के नाटकों का कैनवस काफी बड़ा होता है, वह संस्कृत से लेकर शेक्सपीयर के नाटकों तक का मंचन करते हैं। इनमें समाज के अनेक वर्ग, जैसे राजा-प्रजा-व्यापारी-गुलाम आदि का चित्रण एक साथ होता है। इन वर्गों की भाषा और परिवेश में भिन्नता दिखाने के लिए लोक कलाकारों का प्रयोग सटीक होता है। <br /><br />यदि हम यह सोचने, कि ''हबीब साहब ने छत्तीसगढ़ी या लोक कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए काम किया है'' के बजाए ''हबीब साहब ने अपने नाटकों के कथ्य को प्रभावशाली बनाने के लिए छत्तीसगढ़ी कलाकारों और लोकनाट्य के तत्वों का सटीक प्रयोग किया है, और इस प्रक्रिया में इन कलाकारों को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिल गई'' सोचें तो शायद उनके कार्यों को ठीक समझ पाएंगे।<br /><br />- आनंदआनंदhttps://www.blogger.com/profile/08860991601743144950noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-55987558565471192282009-06-09T23:46:51.412+05:302009-06-09T23:46:51.412+05:30छत्तीसगढ के लाल को आखिरी सलाम्।छत्तीसगढ के लाल को आखिरी सलाम्।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-82835088965299645682009-06-09T20:53:05.052+05:302009-06-09T20:53:05.052+05:30dear irfan,
bahut badhiya. kya baat hai. yahi enqu...dear irfan,<br />bahut badhiya. kya baat hai. yahi enquisitive mind barkaraar rakhana and don't suck into the chamatkar.<br />I had seen only one act of agra bazzar and mesmerized with local chattisgarahi dialect & costumes and people. but real thing is what is the total outcome.<br /><br />Ravindra Singh PatwalAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-7431685716513606862009-06-09T16:38:15.689+05:302009-06-09T16:38:15.689+05:30इरफान भाई बहुत अच्छे लफ्ज़ों से नमन किया हैं। आपके ...इरफान भाई बहुत अच्छे लफ्ज़ों से नमन किया हैं। आपके दिल में हबीब साब की एक खास जगह रही हैं।इरशाद अलीhttps://www.blogger.com/profile/15303810725164499298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-48480950633142068972009-06-09T15:54:17.381+05:302009-06-09T15:54:17.381+05:30my homage to the departed soul.my homage to the departed soul.मुनीश ( munish )https://www.blogger.com/profile/07300989830553584918noreply@blogger.com