tag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post2251674029610126903..comments2023-07-04T14:57:33.767+05:30Comments on टूटी हुई बिखरी हुई: असीमुन बीबी: आवाज़ की जादूगरनीइरफ़ानhttp://www.blogger.com/profile/10501038463249806391noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-41055629990135186002008-07-22T08:23:00.000+05:302008-07-22T08:23:00.000+05:30IrphanbhaiLaajawaab!Yeh Kaaj-Parojan kya hota hai,...Irphanbhai<BR/><BR/>Laajawaab!<BR/>Yeh Kaaj-Parojan kya hota hai, batlaneki kripa karenge?<BR/><BR/>-Harshad Jangla<BR/>Atlanta, USAHarshad Janglahttps://www.blogger.com/profile/00844983134116438245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-78275142247030879772008-07-21T19:01:00.000+05:302008-07-21T19:01:00.000+05:30बहोत आनँद आया इरफान भाई और आपने उनका जो विवरण लिख...बहोत आनँद आया इरफान भाई <BR/>और आपने उनका जो विवरण लिखा है तो लगा,<BR/> वे सामने बैठीँ हैँ और गा रहीँ हैँ !<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-34378918501216460592008-07-21T14:58:00.000+05:302008-07-21T14:58:00.000+05:30मेरी टिप्पणी की दूसरी पंक्ति में वाक्य-संरचना के द...मेरी टिप्पणी की दूसरी पंक्ति में वाक्य-संरचना के दोष की वजह से ऐसी अर्थ-ध्वनि निकलती दिखती है मानो सोहर सिर्फ़ प्रतापगढ़ के इलाके में ही गाए जाते हैं. माफ़ी चाहूंगा .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-48174053774418572392008-07-21T13:10:00.000+05:302008-07-21T13:10:00.000+05:30amulya aavaj aor amulya krtaya aapka,aapko dhero s...amulya aavaj aor amulya krtaya aapka,aapko dhero sadhuvaad....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-80928989785041329532008-07-21T11:51:00.000+05:302008-07-21T11:51:00.000+05:30अद्भुत ! दोनों गीतों में लोक और शास्त्रीयता का अद्...अद्भुत ! दोनों गीतों में लोक और शास्त्रीयता का अद्भुत संगम दिखता है . <BR/><BR/>सोहर जबर्दस्त है . प्रत्तापगढ़ के ग्रामीण इलाके में बच्चे के जन्म पर गाए जाने गीत में अरब का संदर्भ और स्मृति एक किस्म की सांस्कृतिक अनुगूंज है जो इतिहास और भूगोल का लम्बा फासला पार करके आती है . इस पर सांस्कृतिक इतिहास के अन्तर्गत काम होना चाहिए .<BR/><BR/>इस इतनी गुणी गायिका असीमुन बीबी के और भी बहुत से गीत आपको रिकॉर्ड करने चाहिए थे.ढोलक की टनकदार आवाज से थोड़ा बचाते हुए . वह हमारी अमूल्य धरोहर होती . अब तो शायद यह संभव न हो .<BR/><BR/>जो मिला उसके लिए बहुत-बहुत आभार !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-68167461411860409212008-07-21T11:18:00.000+05:302008-07-21T11:18:00.000+05:30पक्के गाने वालियों सा गला लगता है --कई बार तो हमार...पक्के गाने वालियों सा गला लगता है --कई बार तो हमारे घर की महरी महराजिनों के पास ऐसे नायाब गीत सुन ने मिलते हैं कि मन खुश हो जाता है॥ और तारीफ़ ये कि गल्ती से भी एक स्वर ऊपर नीचे नही होता इनका--पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-76788116302970000502008-07-21T11:13:00.000+05:302008-07-21T11:13:00.000+05:30इरफान भाई बहुत बढ़िया प्रस्तुति ...इरफान भाई बहुत बढ़िया प्रस्तुति ...Sajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1526125628988206257.post-60804338109656095652008-07-21T10:23:00.000+05:302008-07-21T10:23:00.000+05:30सनन-नन-नन-नन-नन... कुछ, कुछ ऐसी ही फ़ीलिंग हो रही ह...सनन-नन-नन-नन-नन... कुछ, कुछ ऐसी ही फ़ीलिंग हो रही है दोनों पीस सुन लेने के बाद.<BR/><BR/>बढ़िया पेशकश. <BR/><BR/>और हां गानों से पहले मुज़फ़्फ़र अली, कैलाश खेर इत्यादि की भली चलाई.Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.com